सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध तिथि | बड्डो सर्व पित्र उमास श्राद्ध | Ancestors Last Day Sradh 2021-2025

सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध तिथि, बड्डो सर्व पित्र उमास श्राद्ध, Ancestors Last Day Sradh

सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध तिथि

सर्व पित्र अमावस​ की आखिरी तिथि

पितृपक्ष श्राद्धपक्ष में

(संवत् २०७८-२०८२ वर्ष २०२१-२०२५)

अनादिनिधनो देव शंख चक्र गदाधर ।
अक्षय: पुण्डरिकाक्ष्य प्रेतमुक्तिप्रदो भव: ।।

Amavasya Tarpan

सर्वपितृ श्राद्ध, अश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या तिथी (सर्व-पितृ-श्राद्ध प्रतिवर्ष कृष्णपक्ष अमावस्या) में कब​-कब है भारत और​ हाँगकाँग में?
सर्व पित्र अमावस​ उमास (सर्वपितृ श्राद्ध अमावस्या), पितृश्राद्ध की अमावस्या आखिरी तिथी कब​-कब है संवत् २०७८-२०७९-२०८०-२०८१-२०८२ शाके १९४२-१९४७ वर्ष २०२१-२०२२-२०२३-२०२४-२०२५ में?

इस वर्ष सर्व पित्र अमावस​ तिथि संवत् २०७८ (०६ आक्टोबर बुधवार २०२१) के दिन है ।

सर्व पित्र अमावस​ उमास (सर्वपितृ श्राद्ध अमावस्या) अश्विन कृष्णपक्ष नीचे दी ग​ई हैं, संवत् २०७८ – २०८२ वर्ष २०२१-२०२५ में :-

अमावस्या (अमावस-ऊमास)
संवत् २०७८ – २०८२
पिंडदान, तर्पण एवं श्राद्ध
सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध की आखिरी तिथि संवत् २०७८-२०८२ वर्ष २०२१-२०२५ में
अश्विन कृष्णपक्ष अमावस्याऊमासआदि अमावस्यां तर्पण एवं श्राद्ध
(पितर तर्पण पूजा विधि-विधान तिथि दिन​ ‘पितृ श्राद्धपक्ष’ श्राद्धकर्म​ आखिरी तिथि)
संवत् २०७८ अश्विन कृष्णपक्ष
०६ आक्टोबर बुधवार २०२१
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध, पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
(पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि)
संवत् २०७९ अश्विन कृष्णपक्ष
२५ सेप्टेंबर रविवार २०२२
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध, पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
(पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि)
संवत् २०८० अश्विन कृष्णपक्ष
१४ आक्टोबर शनिवार २०२३
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध, पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
(पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि)
संवत् २०८१ अश्विन कृष्णपक्ष
०२ आक्टोबर बुधवार २०२४
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध, पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
(पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि)
संवत् २०८२ अश्विन कृष्णपक्ष
२१ सेप्टेंबर रविवार २०२५
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध, पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
(पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि)

sweets and savories like payasam, vada arranged on a plate for offering to Hindu gods
हर-महिने कृष्णपक्ष अमावस्या-तिथीके दिन पितरों का तर्पण किया जाता है ।
पिंडदान, तर्पण एवं श्राद्ध का ‘अश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या’ पर विशेष महत्व होता है ।
ब्राह्मण को प्रणाम करें और सात्विक भोजन बड़ी श्रद्धा सेकराया जाता है ।
श्राद्धपक्षमेंतर्पणकीयाकीयाजाता है।

सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध अश्विन मास​ कृष्णपक्ष की
सबसे विशेष और आखिरी तिथि होती है अश्विनमास​ कृष्णपक्ष की ।
जिन पितरों की मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं होती है तो सर्व पितृ अमावस्या
(अर्थात् अश्विन मास​ कृष्ण पक्ष) के तिथि के दिन उनका श्राद्ध किया जाता है ।

 


Tarpanam and Pindam puja

बड्डो सर्व पित्र उमास श्राद्ध तिथि
संवत् २०७८-२०८२ साल​ २०२१-२०२५ में
सभिनी पितरन जे श्राद्ध जी तिथ
‘पितृपक्ष श्राद्धपक्ष में’

सर्वपितृ श्राद्ध ऊमास (सभिनी पितरन जो श्राद्ध) जो असांमें महात्म आहे?
ऐं छा असांमें ईहो श्राद्ध कयो वेन्दो आहे?
हा, असांमें बि सर्वपितृ श्राद्ध जो महात्म आहे ।
सर्वपित्र श्राद्ध (उमास जो श्राद्ध – श्राद्धपक्ष में) असां में कयो वेन्दो आहे ।
सभिनी पितरन जे श्राद्ध (सर्वपित्र श्राद्ध उमास) जी ईहा आखिरी
ऐं मुख्य तिथ उमास लेखबी आहे श्राद्धपक्ष में ।

Pitra Bhoj - Pitra Shraaddham
पूर्णिमा खां उमास ताईं १६ डीं॒हुं श्राद्ध कया वेन्दा आहिनि ।
सभिनी तिथियुनि जो महत्व पंहिंजो-पंहिंजो आहे ।
पर “सर्व-पित्र-श्राद्ध” जो ख़ास महत्व थीन्दो आहे :

  1. हिक त हिन दी॒न्हं जन्हिंखेबि तिथिजी जा॒ण न आहे त इन्हीअ डीं॒हुं ईन तिथते श्राद्ध कबो आहे।
  2. या जेकोबि श्राद्ध रहिजी वञे थो कन्हिबि कारणवश, त इन्हीअ डीं॒हुं ईन तिथते श्राद्ध कबो आहे ।
  3. या जन्हिंजो बि उमास तिथ ते स्वर्गवासु थे थो, तन्हि हालत में बि “सर्व पित्र श्राद्ध” जो विशेष महत्व थीन्दो आहे । इन्हीअ डीं॒हुं ईन तिथते श्राद्ध कबो आहे ।

 

सर्वपितृ श्राद्ध ऊमास कद॒हिं-कद॒हिं आहे संवत् २०७८-२०८२ साल​ २०२१-२०२५ में भारत ऐं हाँगकाँग में?

सर्वपितृ श्राद्ध ऊमास तिथि

सभिनी पितरन जो श्राद्ध, उनजी तिथ ऐं तारीखूं हिते डि॒जनि थियूँ :

सर्व पितृ ऊमास श्राद्ध
संवत् २०७८ – २०८२
सर्व पितृ उमास​ श्राद्ध जी आखिरी तिथ (अमावस्या) संवत् २०७८-२०८२ (२०२१-२०२५)
बड्डो ऊमास श्राद्ध तिथ (परं अस्सू कृष्णपक्ष उमास) ‘पितृ श्राद्धपक्ष’ श्राद्ध जो आखिरी डी॒हुं
संवत् २०७८ अश्विन कृष्णपक्ष
०६ आक्टोबर बु॒धर २०२१
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध (पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि), पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
सर्व पित्र उमास श्राद्ध बड्डो महिनो (कृष्णपक्ष बदी – ऊंधाई), पितरनि जो मोकलाओ
संवत् २०७९ अश्विन कृष्णपक्ष
२५ सेप्टेंबर आर्तवारु २०२२
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध (पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि), पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
सर्व पित्र उमास श्राद्ध बड्डो महिनो (कृष्णपक्ष बदी – ऊंधाई). पितरनि जो मोकलाओ
संवत् २०८० अश्विन कृष्णपक्ष
१४ आक्टोबर छैंछर २०२३
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध (पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि), पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
सर्व पित्र उमास श्राद्ध बड्डो महिनो (कृष्णपक्ष बदी – ऊंधाई), पितरनि जो मोकलाओ
संवत् २०८१ अश्विन कृष्णपक्ष
०२ आक्टोबर बु॒धर २०२४
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध (पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि), पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
सर्व पित्र उमास श्राद्ध बड्डो महिनो (कृष्णपक्ष बदी – ऊंधाई), पितरनि जो मोकलाओ
संवत् २०८२ अश्विन कृष्णपक्ष
२१ सेप्टेंबर आर्तवारु २०२५
सर्व पित्र अमावस्या श्राद्ध (पितृपक्ष अमावस्या श्राद्ध आखिरी तिथि), पितृपक्ष श्राद्ध समाप्त
सर्व पित्र उमास श्राद्ध बड्डो महिनो (कृष्णपक्ष बदी – ऊंधाई), पितरनि जो मोकलाओ

 

 


Shradh Bhojan Pitru Paksha
Sarva Pitra Sraddha Ceremony Day
Ancestors Last Day Sradh – Sarva Pitra Shradha Tithi

(In Pitra-Paksha Amavasyam – Ashwin Krishna Amavasya during September or October)
Amavasya No Moon Lunar Day Tithi Samvat 2078-2082 Sak 1943-1947 (year 2021-2025)

 

Tarpan

Which is the shradha tithi pooja ritual ending date during this year?
When is the Shradh Amavasya tithi in this Shradh Paksha?
When is the Ancestor’s last Shradh lunar day?
When is Sarva Pitra Shradh last tithi?
When the Mahalaya ends?
What is its significance?

“Pitru fortnight (Pitrupaksha) (Mahalaypaksha)
The dark fortnight in the Hindu calendar month of
Bhadrapad is called as ‘Pitrupaksha’.
This fortnight is very dear to
the deceased ancestors’ souls.
If Mahalay Shraddha is performed for the deceased ancestors’ souls
during this fortnight,
they remain satisfied for the entire year.”

 

Tarpan for Devatas (Dev Tarpanam) Image prepared Bhavana I. Sharma
Sarva Pitra Shradh last tithi occurs in the Shradh Paksha (Pitru Paksh-Pitri Paksh) every year.
Asvin Masa Krishna (Dark half of Ashwin Month) puja rituals are being done by departed family
The Sarva Pitra Shradh Amavasya tithi takes place during September of October annually.
Pitra Shradh’s tithi (last lunar day) prayers for ancestors occurs on amavasya (no moon day).
The family conducts pooja for the deceased, for the ancestors ‘pitras, pitru’ every year.
It has due significance for the Hindu community and accordingly they offer their homage to
loved ones by performing Shradh pooja rites and rituals, shradh feeding, shradh danam since
from ancient times.

Those who know the ‘tithi’ of ones passing away or in particular those who don’t
know the ‘titihi’ of their deceased loved ones or when the sradh is lapsed for
some natural reason or the date and time of departed ancestors is not exactly
available; then, those shraddhas can be conducted on new moon lunar day i.e.
amavasya (Sarv-Pitra-Shraadha Amavasya).
Hence, on the last shradh day ‘sraadha feeding, shradh pooja viddhi-vidhan
(‘tarpanam and pindam of Dev-Rishni-DivyaManushya-Pitram’
Let the 3 Pindas be considered as a
representation of the father, grandfather and great-grandfather”.)
on this tithi of ‘Sarva Pitra Amavasya’ ‘Sarv Pitri Amavas’ which occurs in each
year in Ashwin Krishna month can be taken into consideration for such all ancestors sraddha prayers.

 

Note: Mainly to perform ‘Annual Pitra Paksh Shradh pooja’
(shradh day feeding or rituals of shradh puja tarpanam or
pindam and then feeding) on the ‘very tithi’ (as per ones
‘passing away lunar day’, time and place for exact details). So,
‘particular tithi of the deceased, time and place of passing away
if any time difference to be particularised’ and then deciding the
“particular shradh tithi of each passed away ones ancestors
shradh puja date prayer”.

 

Tarpan for Pitru (Pitru Tarpanam) Image prepared Bhavana I. Sharma

Tarpan for Pitru (Pitru Tarpanam) Image prepared Bhavana I. Sharma

When is Sarva Pitra Shradh (Sarva pitru amavasya shraddham – on no moon day
ancestor’s annual farewell lunar day) last tithi in Samvat 2078, 2079, 2080, 2081 & 2082
Shaake 1943-1947 during year 2021-2025?
When is the Shradh Paksha, Shradh Amavasya tithi this year for shradh puja rituals,
tarpan and pinda danam on no moon day?

In 2021, Sarva Pitra Shradh’s last tithi is on the Wednesday 06 October.
Pitru (Ancestors) last lunar day sradha puja tithi occurs 6 October 2021.

Samvat 2078-2082
2021-2025 Dates
Sarva Pitra Amavasyam– Last Tithi Dates in Ashwin Krishna
Samvat 2078-2082 New Moon Phase days during Dark Fortnight
Samvat 2078 Ashwin Amavas
06 October Wednesday 2021
Sarva Pitra Paksha Amavasya Budhvar, Amavas shradha, Sarva Pitri Umaas Sarva Pitri Amavasya Shraaddha Tithi : (Baddo param Asoo Mahino Undhai)
Samvat 2078 Ashwin KP
06 October Wednesday 2021
New Moon, Annual Shradh Tarpanam Amavasya puja, Darsh Amavasya, last day prayer rituals in Bharat, Hong Kong and in other countries, Mahalaya Amavasya tithi
Samvat 2079 Ashwin Amavas
25 September Sunday 2022
Sarv Pitra Paksha Amavasya Ravivar, Amavas shradha pooja, Umaas Sarva Pitri Amavasya Shraaddha Tithi : (Baddo param Asoo Mahino Undhai) on no moon day
Samvat 2079 Aashwin KP
25 September Sunday 2022
New Moon, Annual Shradh Tarpanam puja Amavasya, Darsh Amavasya, last day prayer rituals on (no moon phase day) in Bharat, HK & in overseas, Mahalaya Amavasya
Samvat 2080 Ashwin Amavas
14 October Saturday 2023
Sarv Pitra Paksha Amavasya Shanivar, Amavas shradha tithi, Umaas Sarva Pitri Amavasya Shraaddha Tithi : (Baddo param Asoo Mahino Undhai) No moon day
Samvat 2080 Aashwin KP
14 October Saturday 2023
New Moon, Annual Shradh Tarpanam Amavasya, Darsh Amavasya, last day prayer rituals in Bharat, HK & in overseas, Mahalaya Amavasya
Samvat 2081 Ashwin Amavas
02 October Wednesday 2024
Sarv Pitra Paksha Amavasya Budhvar, Amavas shradha, Umaas Sarva Pitri Amavasya Shraaddha Tithi : (Baddo param Asoo Mahino Undhai)
Samvat 2081 Aashwin KP
02 October Wednesday 2024
New Moon, Annual Shradh Tarpanam Amavasya, Darsh Amavasya, last day prayer rituals in Bharat, HK & in overseas, Mahalaya Amavasya
Samvat 2082 Ashwin Amavas
21 September Sunday 2025
Sarv Pitra Paksha Amavasya Ravivar, Amavas shradha, Umaas Sarva Pitri Amavasya Shraaddha Tithi : (Baddo param Asoo Mahino Undhai)
Samvat 2082 Aashwin KP
21 September Sunday 2025
New Moon, Annual Shradh Tarpanam Amavasya, Darsh Amavasya, last day prayer rituals in Bharat, HK & in overseas on no moon phase day of moon, Mahalaya Amavasya

KP: Krishna Paksh.

 

Acknowledgement:

Maatra-Pitrabhiyo namaha! Thanks to Mata Pita, Guru, Rishis and Devi-Devatas. Dharma Sindhu, Nirnaya Sindhu, Sanathan Dharma. Vastu Shastri Shri Shyamlal Jalan, Pt. Shri Shashi Mohan Behl, translations by Shri R. C. Prasad, Sindhi dictionary, Sanskrit Dictionary of Shri Apteji and various other sources of thanks and appreciation. Thanks also to Bhavana Sharma, Jay Sharma and Pooja Sharma.

The above article on the ‘Sarva Pitra Sraddha Ceremony Day Ancestors Last Day Sradh – Sarva Pitra Shradha Tithi’ is in English, Devanagari Sindhi lyrics Baddo Sarva Pitra Umaas Siradh – Sabhini Pitran Je Shraadha ji Tith ‘Pitra-Paksh mein’ बड्डो सर्व पित्र उमास श्राद्ध सभिनी पितरन जे श्राद्ध जी तिथ ‘पितृपक्ष श्राद्धपक्ष में’ and in Hindi lyrics सर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध तिथि सर्व-पित्र-अमावस​ की आखिरी तिथि पितृपक्ष – श्राद्धपक्ष में

Sarv-Pitra-Amavas ki Akhiri tithi Sraadha ‘Pitru-Paksha mein – Shraadha Paksha mein’.

TarpanOm Pitra-Devatabhiyo Namaha!
Om Sarva Pitraaya Namaha!

पंडित ईश्वर शर्मा
Ishwar Maharaj – 
Pandit Ishwar Sharma
Hindu Priest, Hong Kong

Hong Kong Address : P.O.Box 12637, Central, Hong Kong
E-mail: ishwarpooja@hotmail.com
Hong Kong Mobile : 9498 7557



Hindu Community : Ceremonies, rites, and rituals are performed by Ishwar Maharaj – Pandit as and when required for those devotees in need for different poojas and prayers.

Receive Free
Yearly Hindu Calendar

&
Diwali Lakshmi Pooja Patri

SUBSCRIBE NOW